एंग्जाइटी डिस्ऑर्डर के समय रोगी के स्वायत्त तंत्रिका तंत्र में अनुकंपी तंत्रिका तंत्र की वृद्धि हो जाती है।
2.
सामान्य अनुकूलन संलक्षण (General adaptation syndrome, GAS): इसमें तीन अवस्थाएँ होती हैं-सचेत अवस्था जो अनुकंपी तंत्रिका तंत्र की क्रियाओं को अग्रसर करती है, प्रतिरोध अवस्था जिसमें जीव संकट का सामना करने का बयत्न करता है तथा परिश्रांति अवस्था जो तब घटित होती है जब जीव संकट पर विजय पाने में असफल रहता है तथा शरीरक्रियात्मक संसामानों को निःशेष कर देता है।